डा. विष्णुप्रसाद जोशी

विद्वान राजा जो सर्वत्र पुजिए 

विद्वान राजा जो सर्वत्र पुजिए 

मनका पाशविक वृत्ति माथि जय पाए जगत जितिन्छ अर्थात् 'मनो जयति यः जयति ब्रह्माण्ड'...